नोएडा सेक्टर 12 स्थित मेट्रो चौराहा आजकल जाम के लिए प्रसिद्ध हो गया है। पूरे दिन चौराहे पर जाम लगा रहता है और वाहन चालक एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते हुए आपस में झगड़ा करते हुए देखे जा सकते हैं।
नोएडा पुलिस के पास यातायात कर्मियों का भारी अभाव या नहीं यातायात पुलिस कर्मियों की संख्या बिल्कुल भी नहीं है क्योंकि आजकल किसी भी चौराहे पर यातायात पुलिसकर्मी नजर ही नहीं आते हैं। नोएडा के चौराहों पर अगर जाम लग जाए तो वाहन चालकों को स्वयं ही पुलिस की जिम्मेदारी निभानी पड़ती है नहीं तो घंटों जाम में फंसे रहे। पुलिसकर्मी चौराहे पर मैं होने के कारण वाहन चालक गलत तरीके से मोड़ते हैं और कुछ वाहन चालकों की गलती से जाम लग जाता है स्थानीय पुलिस को चाहिए कि जिस तरह घर बैठे वाहन चालकों की गलतियों का चालान घर भेज रहे हैं उसी तर्ज पर आधुनिक सुविधाएं नोएडा पुलिस को चौराहों पर उपलब्ध करानी चाहिए। नोएडा यातायात पुलिस की लापरवाही के कारण अक्सर नोएडा के चौराहे जाम रहते हैं और कई द्वार हालात बिगड़ने पर आपसी झगड़े के हालात पैदा हो जाते हैं।
नोएडा प्राधिकरण एवं यातायात पुलिस ने मिलकर काफी चौराहों पर लाल बत्ती समाप्त कर दी हैं मगर अभी भी कुछ चौराहे हैं जहां पर लाल बत्ती तो है मगर नियमों का पालन नहीं होता है और अगर नोएडा यातायात पुलिस चाहे तो वाहन चालकों पर अंकुश लगा सकते हैं मगर उसके लिए पुलिस कर्मियों का चौराहों पर तैनात होना आवश्यक है जोकि नोएडा में अभी उम्मीद कम ही है क्योंकि यातायात पुलिस में मात्र कुछ ही पुलिसकर्मी है जबकि यातायात पुलिस में उच्च अधिकारियों का जमावड़ा है मगर जो जाम पर वास्तव में अंकुश लगा सकते हैं उन पुलिसकर्मियों की जनपद में तैनाती ही नहीं है। अब सवाल यह पैदा होता है की ऐसा क्यों है क्योंकि यातायात पुलिस और नोएडा प्राधिकरण मिलकर शहर की यातायात व्यवस्था पर योजना तैयार करते हैं मगर यातायात पुलिस के पास कर्मी ने होने के कारण यातायात सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है अब नोएडा प्राधिकरण के पास एक ही रास्ता बचता है की पूरे शहर को सिग्नल फ्री किया जाए मगर जो अभी संभव होता नजर नहीं आ रहा है इसीलिए सभी वाहन चालकों को लंबे समय तक जाम से जूझना ही होगा।